भोपाल कार्यालय ।
मध्यप्रदेश में जब से कांग्रेस की सरकार को भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने पटखनी देते हुए अपनी सरकार बनाई है । सबसे मध्यप्रदेश में राजनीति का ऐसा दृश्य सामने आने लगा है जिसने मध्य प्रदेश की राजनीति को ना केवल दूषित किया बरन कई बार तो ऐसा लगा कि प्रदेश में राजनीति की घृणित तस्वीर आरोप-प्रत्यारोप के बीच जिस स्तर पर दिखाई दे रही है वह स्तर आने वाले समय में क्या तस्वीर सामने लेकर आएगा ? इसको लेकर बुद्धिजीवियों में चिंता का माहौल है ।
मुंहबाद राजनीति के बाद अब पोस्टर बाद की राजनीति ।
मध्य प्रदेश की राजनीति में पिछले 15 दिनों से मुंह बाद की राजनीति जारी थी परंतु पिछले 24 घंटे के अंतराल में अब पोस्टर वाद की राजनीति भी सड़कों पर दिखाई दे रही है । लगभग 1 महीने के अंदर भोपाल की सांसद प्रज्ञा भारती के विरुद्ध भी इसी तरह के पोस्टर भोपाल की सड़कों पर दिखाई दिए थे जिनमें प्रज्ञा भारती को भोपाल से गायब सांसद बताते हुए उन पर इनाम की घोषणा की गई थी । प्रज्ञा भारती के साथ साथ पिछले 10 दिनों पहले छिंदवाड़ा जो पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का क्षेत्र है वहां उनके पुत्र जो वहां से सांसद हैं नकुल नाथ के खिलाफ भी अज्ञात संबंधी पोस्टर इनाम सहित सड़कों पर चिपकाए गए थे । और कल ग्वालियर से इसी तरह के पोस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया के विरुद्ध सामने आए ।
सिंधिया का पता बताने वाले को ₹5100 इनाम की घोषणा । पोस्टर जारी करने वाले की गिरफ्तारी ।
इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ ग्वालियर की सड़कों पर एक पोस्टर चिपकाया गया था जिसमें चिपकाने वाले का नाम एवं राशि 5100 की घोषणा की गई थी । चिपकाए गए पोस्टर का अर्थ यह था कि श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया महामारी के दौरान ग्वालियर से गायब हैं, लापता है । उनका पता बताने वाले एवं उन्हें ढूंढ कर लाने वाले को ₹5100 नगद राशि नाम दी जाएगी । तलाश गुमशुदा जनसेवक की । नाम से चिपकाए गए ज्योतिरादित्य सिंधिया के फोटो के साथ इस पोस्टर के नीचे सिद्धार्थ सिंह राजावत का नाम लिखा हुआ था जो कांग्रेसका प्रवक्ता बताया जाता है । जैसे ही सुबह यह पोस्टर लोगों की नजरों में आए मामला तूल पकड़ गया । तुरंत प्रभाव से सिंधिया समर्थक लोगों ने इस मामले में एक f.i.r. संबंधित थाने में दर्ज करा दी । एफ आई आर दर्ज होने के बाद तुरंत प्रभाव से आज दोपहर को कांग्रेस पार्टी के संबंधित प्रवक्ता राजावत गिरफ्तारी भी कर ली गई । पोस्टर चिपकाने से लेकर गिरफ्तारी तक राजनीति आज भी जारी है । कुल मिलाकर पिछले 7 दिनों से चली आ रही मुंहवाद की राजनीति अब पोस्टर की और मुड़ गई है ।
गिरफ्तारी पर आक्रोशित कांग्रेश ।
ग्वालियर में सिंधिया के विरुद्ध पोस्टर चिपकाने वाले कांग्रेस के प्रवक्ता सिद्धार्थ सिंह राजावत की गिरफ्तारी का प्रदेश कांग्रेस द्वारा जबरदस्त विरोध किया गया इस संबंध में प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित अन्य नेताओं ने विरोध किया उनके अनुसार भारतीय जनता पार्टी को दमनकारी बताते हुए शोषण करने वाला बताया । कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि जब नकुल नाथ अर्थात प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे कमलनाथ के पुत्र के विरुद्ध इस तरह के पोस्टर प्रकाशित किए गए थे तब भारतीय जनता पार्टी की पुलिस कहां गई थी उनका भी अपमान हुआ था उनके विरुद्ध क्यों एफ आई आर दर्ज नहीं की गई जिन्होंने इस तरह के पोस्टर कमलनाथ के पुत्र के विरुद्ध चिपकाए थे । इस संबंध में प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता संतोष गौतम के अनुसार आने वाले समय में इस कार्रवाई के विरुद्ध कठोर कदम उठाते हुए भाजपा आंदोलन की रूपरेखा बना सकती है ।
कांग्रेस दिशाहीन हो चुकी ।
इस संबंध में ग्वालियर से ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक एवं भारतीय जनता पार्टी के कई पदाधिकारियों ने कहा कि ग्वालियर में इस तरह की घृणित राजनीति का दौर कभी नहीं देखने में आया परंतु कांग्रेस के लोग अब अपमानजनक टिप्पणियां करते हुए इस तरह के कृत्यों को अंजाम दे रहे हैं । जो कि ग्वालियर की राजनीति के लिए कभी भी शुभ संकेत नहीं कहे जा सकते । ग्वालियर की राजनीति में इस तरह की अमर्यादित विषय वस्तु उचित नहीं रही ।